केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला की स्थापना कीटनाशी अधिनियम, 1968 की धारा 16 के तहत की गई थी जिसका प्रमुख उद्देश्य कीटनाशकों की विशिष्टता के निष्पादन और जोखिम तथा विनिर्माताओं द्वारा उसके प्रस्तावित प्रयोग के विषय में किए गए दावे का उसके पंजीकरण से पूर्व और उसके पश्चात सत्यापन करना है। इसके चार प्रभाग हैं, अर्थात जैव प्रभाग, रसायन प्रभाग, चिकित्सा विष-विज्ञान प्रभाग और संवेष्टन एवं परिसंस्करण प्रभाग।
कीटनाशी नियम, 1971 के नियम 5 में किए गए उल्लेख के अनुसार, केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला के कार्य निम्नानुसार हैं:-
केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला के कार्य:
- अधिनियम के तहत किसी अधिकारी या प्राधिकारी द्वारा इसे भेजे गए कीटनाशकों के नमूनों का विश्लेषण करना और संबंधित प्राधिकारी को विश्लेषण का प्रमाणपत्र प्रस्तुूत करना।
- कीटनाशकों के पंजीकरण की शर्तों का अनुपालन सुनिश्चिेत करने के लिए अपेक्षित जांच करना।
- कीटनाशकों की प्रभावोत्पातदकता तथा विषाक्त्ता निर्धारित करना।
- ऐसे अन्य कार्य करना जो इसे केन्द्र सरकार द्वारा या राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार से अनुमति लेकर और केन्द्रीय कीटनाशी बोर्ड से परामर्श के पश्चा्त सौंपे गए हों।
केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला के कार्यकलाप:
- केन्द्रीय अथवा राज्य सरकार द्वारा प्राधिकृत किसी अधिकारी अथवा प्राधिकारी द्वारा भेजे गए कीटनाशकों के नमूनों की गुणवत्ता् का सत्यापन करना।
- कीटनाशकों के पंजीकरण की शर्तों का सत्यापन करने की दृष्टि से कीटनाशकों की जांच करना।
- कीटनाशकों की प्रभावोत्पादकता तथा विषाक्तता निर्धारित करना।
- ऐसे अन्य कार्य करना जो इसे केन्द्र सरकार द्वारा या राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार से अनुमति लेकर और केन्द्रीय कीटनाशी बोर्ड से परामर्श के पश्चात सौंपे गए हों।
केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला (रसायन प्रभाग)
क्र.सं. | राज्य/संघ राज्य क्षेत्र | प्रयोगशालाओं की संख्या | स्थान | लक्ष्य/प्रतिवर्ष विश्लेषण की क्षमता |
---|---|---|---|---|
1 | सभी राज्य/संघ राज्य क्षेत्र | 1 | फरीदाबाद | 1600 |
कार्यकलापों और उपलब्धिीयों का प्रभागवार विवरण:
-
रसायन प्रभाग
- अधिनियम के तहत केन्द्रीय अथवा राज्य सरकार द्वारा प्राधिकृत किसी अधिकारी या प्राधिकारी द्वारा इसे भेजे गए कीटनाशकों के नमूनों का विश्लेषण करना और संबंधित प्राधिकारी को विश्लेषण का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना।
- कीटनाशकों के पंजीकरण की शर्तों का अनुपालन सुनिश्चिात करने के लिए अपेक्षित जांच करना।
- नए प्रारम्भ किए गए कीटनाशकों की स्वी्कार्यता हेतु विश्लेषण की पद्धतियों को विधि-मान्य करना।
- कीटनाशकों के संबंध में भारतीय मानक तैयार करने की सुविधा प्रदान करना।
-
जैव प्रभाग
- कीटनाशकों का निम्नलिखित के लिए मूल्यांकन करना:
- जैव-प्रभावोत्पादकता
- पादप-विषाक्तता
- गुणवत्ता- नियंत्रण के लिए जैव तकनीकों का विकास करना।
- गुणवत्ता- नियंत्रण पैरामीटरों पर जैव-कीटनाशकों का मूल्यांकन।
- सूचना/सामग्री तैयार करना और वैज्ञानिकों/विश्लेषकों को प्रशिक्षण देना।
-
चिकित्सा विष-विज्ञान प्रभाग
उद्देश्य:
कीटनाशी नियम, 1971 के नियम 5 के तहत विनिर्दिष्ट तकनीकी-विधायी कार्यों को पूरा करना।
कार्यकलाप:
राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) की मान्यता:
केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला के रसायन प्रभाग को दिनांक 21 अगस्त, 2020 तक रासायनिक परीक्षण करने हेतु राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड से मान्यता का प्रमाणपत्र प्राप्त हो चुका है।
उपलब्धियां:
प्रयोगशालाओं की विश्लेषण क्षमताओं के संबंध में लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। तदनुसार, राज्य कीटनाशक परीक्षण प्रयोगशालाओं, केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला में क्रमश: कीटनाशकों की गुणवत्ता नियंत्रण से संबंधित सांख्यिकीय विवरण और राज्यों द्वारा की गई कार्रवाई का ब्योरा निम्नलिखित तालिका में दिया गया है।
राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों में कीटनाशी परीक्षण प्रयोगशालाएं
क्र.सं. | राज्य/संघ राज्य क्षेत्र | प्रयोगशालाओं की संख्या | स्थान | लक्ष्य/प्रतिवर्ष विश्लेंषण की क्षमता |
---|---|---|---|---|
1. | Andhra Pradesh | 5 | Guntur, Anantapur, Tadepalligudem,, Vishakhapatnam and Kurnool | 5270 |
2. | Arunachal Pradesh | 1 | Naharlagun | -- |
3. | Assam | 1 | Guwahati | 200 |
4. | Bihar | 1 | Patna | 920 |
5. | Chhattisgarh | 1 | Raipur | 500 |
6. | Gujarat | 2 | Junagarh & Gandhinagar | 2000 |
7. | Haryana | 4 | Karnal, Sirsa, Rohtak & Panchkula* | 3300 |
8. | Himachal Pradesh | 1 | Shimla | 500 |
9. | Jammu & Kashmir | 2 | Srinagar & Jammu | 1100 |
10. | Jharkhand | 1 | Ranchi | 500 |
11. | Karnataka | 6 | Bangalore, Bellary, Dharwad, Shimoga, Kotnoor & Mandya | 6800 |
12. | Kerala | 1 | Trivendrum | 2500 |
13. | Madhya Pradesh | 1 | Jabalpur | 1500 |
14. | Maharashtra | 4 | Pune, Amaravathi, Thane & Aurangabad | 8000 |
15. | Manipur | 1 | Mantripukhri | 30 |
16. | Mizoram | 1 | Neihbawih | 20 |
17. | Odisha | 1 | Bhubaneshwar | 1250 |
18. | Puducherry | 1 | Puducherry | 500 |
19. | Punjab | 3 | Amritsar, Ludhiana & Bhatinda | 3900 |
20. | Rajasthan | 7 | Jaipur, Bikaner, Udaipur, Kota, Jodhpur, Sriganganagar & Bharatpur | 3700 |
21. | Tamil Nadu | 15 | Coimbatore, Kovilpatti, Erode, Madurai, Trichy, Aduthrai, Salem, Cuddalore & Kanchipuram, Theni, Nagapattinam, Dharmpuri, Vellore, Sivaganga, Tirunelveli | 21850 |
22. | Telangana | 2 | Rajendra Nagar and Warangal | 3700 |
23. | Tripura | 1 | Agartala | 150 |
24. | Uttarakhand | 2 | Rudrapur, Srinagar (Pauri Garhwal) | 400 |
25. | Uttar Pradesh | 4 | Meerut, Lucknow (2 ) & Varanasi | 7000 |
26. | West Bengal | 1 | Midnapore | 650 |
TOTAL | 70 | 76240 | ||
ख. क्षेत्रीय कीटनाशी परीक्षण प्रयोगशालाएं | ||||
1. | सभी राज्य /संघ राज्य क्षेत्र | 2 | 1. कानपुर | 1550 |
2. चण्डीगढ़ | 1550 | |||
ग. केन्द्रीय कीटनाशक प्रयोगशाला (रसायन प्रभाग) | ||||
1. | सभी राज्य /संघ राज्य क्षेत्र | 1 | फरीदाबाद | 1600 |
क्र.सं. | राज्य/संघ राज्य क्षेत्र | 2015-16 | 2016-17 | 2017-18 | 2018-19 | 2019-20 | |||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
विश्ले्षण | अमानक (%) | विश्ले्षण | अमानक (%) | विश्ले्षण | अमानक (%) | विश्ले्षण | अमानक | विश्ले्षण | अमानक (%) | ||
1 | आंध्र प्रदेश | 29 | 18 (62.10) | 42 | 25 (59.52) | 47 | 22 (46.81) | 49 | 18 (36.73) | 74 | 30 (40.54) |
2 | अरुणाचल प्रदेश | 03 | 02 (66.70) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
3 | असम | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
4 | बिहार | 09 | 06 (66.70) | 22 | 11 (50.00) | 06 | 03 (50.00) | 09 | 02 (22.22) | 04 | 00 (00.00) |
5 | छत्तीसगढ़ | 02 | 01 (50.00) | 01 | 0 (0.00) | - | - (-) | - | - (-) | 02 | 00 (00.00) |
6 | गोवा | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
7 | गुजरात | 19 | 14 (73.70) | 17 | 13 (76.47) | 25 | 16 (64.00) | 12 | 06 (50.00) | 34 | 20 (58.82) |
8 | हरियाणा | 57 | 37 (64.90) | 38 | 20 (52.63) | 38 | 14 (36.84) | 35 | 05 (14.28) | 65 | 17 (26.15) |
9 | हिमाचल प्रदेश | - | - (-) | 01 | 00 (0.00) | - | - (-) | - | - (-) | 01 | 00 (0.00) |
10 | जम्मू एवं कश्मीर | 16 | 06 (37.50) | 25 | 06 (24.00) | 33 | 16 (48.48) | 31 | 08 (25.80) | 25 | 10 (40.00) |
11 | झारखंड | - | - (-) | 01 | 0 (0.00) | 03 | 01 (33.33) | 03 | 0 (0.00) | 03 | 03 (100.00) |
12 | कर्नाटक | 38 | 16 (42.10) | 30 | 13 (43.33) | 38 | 12 (31.58) | 47 | 14 (29.80) | 38 | 13 (34.21) |
13 | केरल | 03 | 01 (33.33) | 02 | 0 (0.00) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
14 | मध्य प्रदेश | 05 | 04 (80.00) | 03 | 03 (100.00) | 12 | 04 (33.33) | 08 | 0 (0.00) | 09 | 02 (22.22) |
15 | महाराष्ट्र | 213 | 103 (48.40) | 174 | 64 (36.78) | 149 | 37 (24.83) | 176 | 32 (18.18) | 116 | 32 (27.58) |
16 | मणिपुर | - | - (-) | 01 | 01 (100.00) | 01 | 0 (0.00) | - | - (-) | - | - (-) |
17 | मेघालय | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
18 | मिजोरम | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
19 | नागालैण्ड | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
20 | ओडिशा | 14 | 10 (71.40) | 07 | 02 (28.57) | 13 | 04 (30.77) | 26 | 08 (30.77) | 21 | 01 (04.76) |
21 | पंजाब | 136 | 76 (55.90)) | 79 | 46 (58.23) | 185 | 108 (58.38) | 136 | 42 (54.56) | 83 | 44 (53.01) |
22 | राजस्था्न | 71 | 48 (67.60) | 64 | 42 (65.63) | 49 | 31 (63.27) | 67 | 24 (34.28) | 60 | 27 (45.10) |
23 | सिक्किम | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | 02 | 1 (50.0) |
24 | तमिलनाडु | 68 | 30 (44.10) | 73 | 42 (57.53) | 59 | 24 (40.68) | 48 | 17 (35.41) | 42 | 14 (33.33) |
25 | त्रिपुरा | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
26 | उत्तराखंड | 01 | 01 (100.00) | - | - (-) | 09 | 01 (11.11) | 20 | 05 (25.00) | 08 | 02 (25.00) |
27 | उत्तर प्रदेश | 118 | 58 (49.15) | 154 | 57 (37.01) | 131 | 42 (32.06) | 112 | 23 (20.53) | 141 | 48 (34.04) |
28 | पश्चिम बंगाल | 03 | 02 (66.60) | 04 | 03 (75.00) | - | - (-) | 02 | 0 (0.00) | 04 | 01 (25.00) |
29 | अंडमान निकोबार द्वीपसमूह | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
30 | चण्डीगढ़ | 01 | 01 (100.00) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
31 | दादरा एवं नगर हवेली | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
32 | दिल्ली | 02 | 01 (50.00) | 02 | 01 (50.00) | 03 | 02 (66.67) | 07 | 4 (57.14) | 05 | 03 (60.00) |
33 | दमन एवं दीव | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
34 | लक्षद्वीप | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
35 | पांडिचेरी | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) | - | - (-) |
36 | तेलंगाना | 09 | 06 (66.60) | 04 | 02 (50.00) | 04 | 01 (25.00) | 06 | 01 (16.67) | 07 | 01 (14.28) |
कुल योग | 816 | 440 (53.90) | 744 | 351 (47.18) | 805 | 338 (41.99) | 794 | 209 (26.32) | 744 | 269 (36.15) |
प्रभाग के कार्यकलाप
कीटनाशी नियम, 1971 के नियम 5 (घ) के तहत विनिर्दिष्ट तकनीकी-विधायी अपेक्षाओं को पूरा करना।
उपलब्धियां:
वर्ष 2019-20 तक की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट :
जैव प्रभाग ने नमूनों की जैव-प्रभावोत्पादकता और पादप विषाक्तंता के लिए और पंजीकरण-पूर्व सत्यापन के लिए गुणवत्ता नियंत्रण पैरामीटरों के लिए नमूनों का मूल्यांकन किया जो निम्नानुसार है :-
वर्ष | क्षमता | उपलब्धियां (विश्लेषण किए गए नमूनों की संख्या के रूप में) |
---|---|---|
2006-07 | 60 | 143 |
2007-08 | 60 | 180 |
2008-09 | 60 | 209 |
2009-10 | 60 | 228 |
2010-11 | 60 | 268 |
2011-12 | 60 | 75 |
2012-13 | 60 | 77 |
2013-14 | 60 | 64 |
2014-15 | 60 | 75 |
2015-16 | 60 | 71 |
2016-17 | 60 | 63 |
2017-18 | 60 | 61 |
2018-19 | 60 | 32 |
2019-2020 | 60 | 35 |
जैव प्रभाग में पंजीकरण-पूर्व सत्यापन हेतु परीक्षित नमूनों के विस्तृत पैरामीटर
क्र.सं. | जैव-कीटनाशकों का नाम | किए गए परीक्षणों के पैरामीटर |
---|---|---|
1. | Trichoderma viride & T. harzianum |
CFU( Colony Forming Units) Counts Antagonistic capability |
pH | ||
Suspensibility | ||
Pathogenic contaminants | ||
2. | Nuclear Polyhydrous Virus(NPV) | POB count |
LC50 on target insects for Potency | ||
Pathogenic contaminants | ||
pH | ||
Moisture content | ||
Suspensibility | ||
3. | Pseudomonas | Viable cell count |
fluorescens | Antagonistic capability | |
Moisture content | ||
Pathogenic contaminants | ||
Suspensibility | ||
pH | ||
4. | Beauveria bassiana | CFU’s count, |
pH, | ||
Moisture contents, | ||
suspensebility, Lc 50, | ||
Human Pathogenic contaminants | ||
5. | Metarhizium anisopliae | -do- |
6. | Verticillium lecanii | -do- |
7. | Paecilomyces lilacinus | CFU’s count, |
pH, | ||
Moisture contents, | ||
suspensebility, | ||
Antagonestic capacity, | ||
Human Pathogenic contaminants | ||
राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यानयन बोर्ड (एन.ए.बी.एल.) की मान्यता::
केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला के जैव-प्रभाग को दिनांक 21 अगस्त्, 2020 तक जैविक परीक्षणों के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड से मान्यता का प्रमाणपत्र प्राप्त हो चुका है।
कीटनाशक परीक्षण सुविधाएं
यह प्रभाग खेतों में फसलों के नाशीजीवों, जन-स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण नाशीजीवों, भंडार किए गए अनाज के नाशीजीवों, वनस्पति रोग विज्ञान संबंधी फंगस और खरपतवार प्रजाति के बीजों का परीक्षण और प्रयोग करने के लिए संवर्धन का कार्य करता है।
कीटनाशक परीक्षण पद्धतियां
रासायनिक कीटनाशकों एवं जैव-कीटनाशकों की जैव-प्रभावोत्पादकता का परीक्षण करने के लिए मानक प्रयोगशाला और खेत परीक्षण पद्धतियां अपनाई जा रही हैं जैसे कि विष माध्यम पद्धति, विष प्रलोभन पद्धति, पेट के विष के लिए डस्टिंग उपकरणों का प्रयोग, पौधों पर पेट के विष की ड्राई फिल्म् का प्रयोग, अवशेषीय फिल्म पद्धति, पीट ग्रेडी पद्धति, पॉटर टावर पद्धति और खेतों में कीटनाशकों का अनुप्रयोग और उसके बाद उसकी निगरानी रखना।
उद्देश्य और कार्यकलाप
चिकित्सा विष विज्ञान प्रभाग ने तीव्र मुखीय विषाक्त्ता अध्यलयन के लिए वर्ष 2020-21 के लिए 20 नमूनों की वार्षिक क्षमता की तुलना में जुलाई, 2020 तक 06 नमूनों का मूल्यांकन किया।
अन्य में निम्नलिखित शामिल हैं
- तीव्र, मुखीय/त्वचीय LD-50 अध्ययन करना।
- कीटनाशकों का प्रयोग शुरू करने से पूर्व और बाद में उसकी विषाक्तता/सुरक्षा का मूल्यांंकन करना।
- कीटनाशकों के संबंध में विषाक्त्ता-सतर्कता संबंधी कार्य करना।
- किसानों को किसान खेत पाठशालाओं में कीटनाशकों के सुरक्षित प्रयोग के संबंध में प्रशिक्षण देना।
- कीटनाशक विषाक्तता पर तकनीकी सामग्री तैयार करना।
उपलब्धियां
वर्ष 2020-21तक की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट (upto July,2020)
तीव्र मुखीय विषाक्तपता अध्ययन (LD-50):
वर्ष | लक्ष्य | उपलब्धियां (विश्लेषण किए गए नमूनों की संख्या के रूप में) |
---|---|---|
2010-11 | 20 | 20 |
2011-12 | 20 | 20 |
2012-13 | 20 | 20 |
2013-14 | 20 | 20 |
2014-15 | 20 | 20 |
2015-16 | 20 | 20 |
2016-17 | 20 | 17 |
2017-18 | 20 | 20 |
2018-19 | 20 | 20 |
2019-20 | 20 | 20 |
2020-21 (upto July,2020) | 20 | 06 |
उपलब्धियां
- पिछले छह वर्षों के दौरान किसान खेत पाठशालाओं के माध्यम से ‘’कीटनाशकों का सुरक्षित और विवेकपूर्ण प्रयोग’’ विषय पर हरियाणा राज्य के विभिन्न गांवों के लगभग 700 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया गया।
पृष्ठ्भूमि
पैकेजिंग प्रभाग ने इसे सौंपे गए कार्यों का निष्पादन करने के लिए वर्ष 1977 में कार्य करना शुरू कर दिया था। इस प्रभाग का वर्तमान लक्ष्य प्रतिवर्ष 150 नमूनों का विश्लेषण करना है। इस प्रभाग के विषय में संक्षिप्त सूचना निम्नानुसार है:
उद्देश्य और कार्यकलाप:
संवेष्टान प्रभाग, केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला के चार प्रभागों में से एक है, इस प्रभाग के महत्वपूर्ण कार्यकलाप निम्ना्नुसार हैं:
- विनिर्माताओं/पंजीकर्ताओं द्वारा किए गए पैकेजिंग और लेबलिंग के दावों/अपेक्षाओं का पूर्व एवं पश्च पंजीकरण सत्यापन।
- कीटनाशी अधिनियम, 1968 के तहत जारी पंजीकरण प्रमाणपत्रों में उल्लिाखित शर्तों के संदर्भ में कीटनाशी नियम, 1971 के नियम 5(ग) के तहत प्राप्त पैकेजिंग और लेबलिंग के नमूनों का सत्यापन/विश्लेषण करना।
- प्रयोगशाला परीक्षण और खेत परीक्षण करके नए/वैकल्पिक सुरक्षा और आर्थिक पैकेजिंग तरीकों/प्रणालियों का आर एंड डी विकास/सत्यापन।
- केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला की आंतरिक तकनीकी आडिट स्कीम के तहत कीटनाशकों के नमूनों के भौतिक/रासायनिक विश्लेषण का तकनीकी आडिट करना।
- भारतीय मानक ब्यूलरो (BIS) को कीटनाशकों के फार्मुलेशन्स , अद्यतन करने और गुणवत्तार नियंत्रण मानकों में संशोधन करने, सुरक्षा, भंडारण, परिवहन और प्रयोग आदि के विषय में तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करना। राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के प्रवर्तन कार्यकर्ताओं को कीटनाशकों से संबंधित पैकेजिंग लेबलिंग और अन्य अपेक्षाओं के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण प्रदान करना।
लक्ष्य एवं उपलब्धियां:
इस प्रभाग का वार्षिक लक्ष्य 150 नमूनों का विश्लेषण करना है। इस लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। वर्ष 2019-20 तक इस प्रभाग की उपलब्धियां निम्नानुसार है:
क्र.सं. | वर्ष/अवधि | वार्षिक क्षमता | उपलब्धियां (विश्लेषण किए गए नमूनों की संख्या के रूप में) |
---|---|---|---|
1 | 2007-08 | 150 | 139 |
2 | 2008-09 | 150 | 78 |
3 | 2009-10 | 150 | 94 |
4 | 2010-11 | 150 | 52 |
5 | 2011-12 | 150 | 68 |
6 | 2012-13 | 150 | 70 |
7 | 2013-14 | 150 | 57 |
8 | 2014-15 | 150 | 34 |
9 | 2015-16 | 150 | 35 |
10 | 2016-17 | 150 | 65 |
11 | 2017-18 | 150 | 54 |
12 | 2018-19 | 150 | 52 |
13 | 2019-20 (मार्च, 2020 तक) | 150 | 33 |